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* आज से ग्रेटर नोएडा में तीन दिवसीय ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ का महाकुंभ शुरू
* पीएम मोदी ने इंडिया एक्सपो मार्ट में सेमीकॉन इंडिया-2024 का किया उद्घाटन
* 26 देशों के 836 प्रतिनिधियों की भागीदारी, सेमीकंडक्टर निर्माताओं ने लगाए स्टॉल्स
योगी सरकार उत्तर प्रदेश को सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने के अपने लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रही है। इसी क्रम में, ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आज से 13 सितंबर तक ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस तीन दिवसीय मेगा इवेंट का शुभारंभ किया, जिसमें 26 देशों के 836 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरर्स ने अपने स्टॉल्स लगाए हैं। इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे।
सेमीकंडक्टर ढांचे पर कर रहे फोकस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेमीकॉन इंडिया-2024 में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 21वीं सदी के भारत में चिप्स कभी डाउन नहीं होंगी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जब चिप्स डाउन होंगी, तो भारत पर भरोसा किया जा सकता है। पीएम मोदी ने बताया कि चिप डिजाइनिंग में भारत का योगदान 20% है, और यह निरंतर बढ़ रहा है। भारत आज दुनिया का आठवां देश है जहां ग्लोबल सेमीकंडक्टर से जुड़ा यह भव्य आयोजन हो रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है, बड़े पैमाने पर ग्रीन ट्रांजैक्शन कर रहा है, और डेटा सेंटर की मांग लगातार बढ़ रही है। यह दर्शाता है कि भारत ग्लोबल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है।
सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं, जिसमें सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी लगाने के लिए 50% सपोर्ट शामिल है। भारत की नीतियों के चलते, देश में 1.5 ट्रिलियन रुपए से ज्यादा का निवेश हुआ है और कई और निवेश पाइपलाइन में हैं। प्रधानमंत्री ने आश्वस्त किया कि भारत सेमीकंडक्टर पावर हाउस बनने के लिए सभी जरूरी प्रयास करेगा।
तकनीक का विकास जरूरी
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सेमीकॉन इंडिया-2024 आयोजन भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। सैंमसंग ने अपनी यूनिट की स्थापना नोएडा में ही किया है। यूपी पहले से ही वैश्विक सेमीकंडक्टर डिजाइन के रूप में स्थापित हो रहा है। छह प्रमुख कंपनियां प्रदेश में स्थापित हैं। स्थानीय प्रतिभा को लाभ उठाने में सहयोग प्रदान कर रही हैं। हम टेक्नोलॉजी को सामान्य लोगों के हितों के लिए उपयोग में लाने की कोशिश कर रहे हैं। तकनीक के विकास से ही समाज को विकास के मार्ग पर लाया जा सकता है। देश की मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का 55 फीसदी और मोबाइल कॉम्पोनेंट्स का 50 फीसदी उत्पादन उत्तर प्रदेश में हो रहा है। यह सब पीएम मोदी के मार्गदर्शन में संभव हुआ है।
तीन दिनों के सेमीकॉन इंडिया-2024 में विभिन्न महत्वपूर्ण सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी:
पहले दिन स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग और वर्कशॉप पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, साथ ही भारत में सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम पर एक विस्तृत प्रस्तुतिकरण होगा।
दूसरे दिन क्रॉस रीजनल पार्टनरशिप, फ्लेक्सिबल हाइब्रिड इलेक्ट्रॉनिक्स, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, माइटी इंडस्ट्री-एकेडेमिया वर्कशॉप, और सस्टेनेबिलिटी सेशंस पर चर्चा की जाएगी।
अंतिम दिन माइक्रोन द्वारा पैकेज मैन्युफैक्चरिंग बूटकैंप, आईईएसए द्वारा सेमीकंडक्टर की विकास यात्रा पर प्रस्तुतिकरण, और आईएसए द्वारा सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन का परिचय दिया जाएगा।
यूपी में स्किल डेवलपमेंट और रोजगार के नए अवसर
सेमीकॉन इंडिया प्रदर्शनी-2024 को इलेक्ट्रॉनिका इंडिया और प्रोडक्ट्रोनिका इंडिया के साथ मिलाकर आयोजित किया जा रहा है, जो दक्षिण-पूर्व एशिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग मेलों में से एक है। इस प्रदर्शनी में कई देशी और विदेशी कंपनियां भाग ले रही हैं। यहाँ पर स्थानीय नेताओं और सरकारी अधिकारियों से मुलाकात के साथ-साथ निवेश के संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी। साथ ही, भारत के उभरते सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम को समझकर व्यापार विस्तार के नए अवसरों की पहचान की जाएगी।
भारत सरकार की पहल, सेमीकंडक्टर मिशन, के तहत एएमडी, अप्लाइड मटेरियल्स और माइक्रोन टेक्नोलॉजी जैसी प्रमुख कंपनियों को चिप क्षेत्र में निवेश के लिए आकर्षित किया गया है। इस प्रयास से उत्तर प्रदेश में सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जिससे प्रदेश में स्किल डेवलपमेंट और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। यह उत्तर प्रदेश को सेमीकंडक्टर उद्योग का प्रमुख हब बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
उत्तर प्रदेश की सेमीकंडक्टर नीति के तहत निवेशकों को कई लाभ मिलेगें
कैपिटल सब्सिडी: भारत सरकार द्वारा अनुमोदित कैपिटल सब्सिडी पर अतिरिक्त 50% कैपिटल सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
लैंड रिबेट: कंपाउंड सेमीकंडक्टर, सिलिकॉन फोटोनिक्स, सेंसर, एटीएमपी, और ओएसएटी के लिए 75% की लैंड रिबेट दी जाएगी।
इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी: डुअल ग्रिड नेटवर्क के साथ 10 वर्षों के लिए बिजली पर पूरी छूट (100%) मिलेगी।
इंटरस्टेट बिजली शुल्क: 25 वर्षों के लिए अंतरराज्यीय बिजली खरीद, ट्रांसमिशन, और व्हीलिंग शुल्क पर 50% की छूट उपलब्ध होगी।
स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस: स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस पर 100% छूट दी जाएगी, साथ ही हर साल 5% ब्याज सब्सिडी (अधिकतम 7 करोड़ रुपए) भी प्रदान की जाएगी।
इन सुविधाओं से सेमीकंडक्टर उद्योग में निवेशकों को आकर्षित किया जाएगा और प्रदेश में उद्योगों के विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।
सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री का वैश्विक परिदृश्य और भारतीय बाजार
दुनिया की 60% सेमीकंडक्टर चिप्स ताइवान में बनाई जाती हैं। 2021 में भारतीय सेमीकंडक्टर मार्केट की वैल्यू 27.2 बिलियन डॉलर थी, और इसके 2026 तक 64 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है, जिससे वार्षिक वृद्धि दर 19% की उम्मीद जताई जा रही है। सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री एसोसिएशन (SEMI) के अनुसार, ताइवान ग्लोबल चिप फैब्रिकेशन कैपेसिटी में 60% हिस्सेदारी रखता है।
सेमीकंडक्टर चिप्स, जो मुख्यतः सिलिकोन से बनाई जाती हैं, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के दिमाग की तरह काम करती हैं। ये चिप्स सर्किट में बिजली को नियंत्रित करती हैं और गैजेट्स को सुचारु रूप से संचालित करती हैं। बिना सेमीकंडक्टर चिप्स के कंप्यूटर, लैपटॉप, कार, वॉशिंग मशीन, एटीएम, अस्पताल की मशीनें और स्मार्टफोन जैसे महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अधूरे रह जाते हैं।
सेमीकॉन 2024 का आयोजन देश में सेमीकंडक्टर्स के उत्पादन को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा और भविष्य में देश को इस क्षेत्र में वैश्विक लीडर के तौर पर उभारेगा।
आइए, एक साथ कदम बढ़ाएं और अपने देश को एक बेहतरीन भविष्य की ओर अग्रसर करें।
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